शांखायन आरण्यक वाक्य
उच्चारण: [ shaanekhaayen aarenyek ]
उदाहरण वाक्य
- शांखायन आरण्यक इसे कौषतकि आरण्यक भी कहा गया है।
- शांखायन आरण्यक में उशीनर, मत्स्य, कुरु-पांचाल और काशी तथा विदेह जनपदों का वर्णन है।
- आरण्यकों में प्रमुख रूप से शांखायन आरण्यक, ऐतरेय आरण्यक, बृहदारण्यक, तैत्तिरीय आरण्यक, मैत्रायणी आरण्यक एवं तवलकार आरण्यक हैं इनमें से शांखायन का संबंध ऋग्वेद से रहा है शांखायान पंद्रह अध्यायों में है जिसका एक अंश कौषीतकि उपनिषद के नाम से प्रसिद्ध है.
- आरण्यक: एक दृष्टि ऐतरेय आरण्यक: 5 आरण्यक, 18 अध्याय शांखायन आरण्यक: 15 अध्याय, 137 खंड बृहद आरण्यक: 6 अध्याय, 47 ब्राह्मण तैत्तरीय आरण्यक: 10 प्रपाठक, 170 अनुवाक मैत्रायणी आरण्यक: 7 प्रपाठक छान्दोग्य आरण्यक: 10 अध्याय तवल्कार आरण्यक: 4 अध्याय